ये मसला तभी हाल होगा जब वो मुझसे दूर होगा।।
गर वो मुझसे दूर होगा उसे अफसोस जरूर होगा ।।

आएगा वो वक़्त भी जब मुझे पूरे देश में पढ़ा जाएगा;
जब भी ऐसा होगा यकीनन उसे मुझपे गुरूर होगा  ।।

, यहां कुछ अच्छा करोगे गर्दिश में रह जाओगे 
 यहां जो बुराई करेगा वहीं मशहूर होगा ।।

अाज जो भरी भीड़ में बेखौफ हो कर हंसता है 
कभी किसी कोने में सिमट कर छुपके रोया जरूर होगा ।।

 जा रहे हो छोड़ के "प्रीत" अच्छे से जाओ 
 मुहब्बत या नफ़रत, तुम जो दोगे हमें मंजूर होगा ।।